India में Fish Pond में Fish Farming करने के लिए अधिकतर तौर पर मिश्रित मछली पालन प्रणाली को अपनाया जाता है | जैसा की नाम से ही स्पष्ट इस System के अंतर्गत 2 या दो से अधिक मछली की नस्ल का पालन एक Fish Pond में आसानी से किया जा सकता है | वैसे वर्तमान में इस System के अंतर्गत India में Fish Farming करने के लिए चीनी मछलियों को और Indian मछलियों को एक साथ तालाब में रखा जाता है | इंडिया में बहुत बड़े पैमाने पर मिश्रित मछली पालन प्रणाली के अंतर्गत इंडियन कार्प जैसे Catla, Rohu और Mrigal को और चीनी कार्प Silver Carp, Grass Carp एवं Common Carp को उद्यमियों द्वारा अपने Fish Farming का हिस्सा बनाया जाता है |
कतला
Catla Fish भारत की सबसे तेजी से बढ़ती हुई मछलियों की प्रजाति में से एक प्रजाति है | और इसका वितरण व्यापक रूप से भारत के अलावा नेपाल, पाकिस्तान, बर्मा और बांग्लादेश में किया जाता है | इस मछली की आदत पानी के उपरी सतह पर रहने की होती है, जहाँ ये Catla मछलियां पानी में तैरते हुए सूक्ष्म जीवों का शिकार अपने भोजन के लिए करती हैं |
रेहू
Rohu Fish की प्रजाति India, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और बर्मा की नदियों में प्राकृतिक रूप से निवासित होने वाली प्रजाति है | और वर्तमान में Rohu Fish की यह प्रजाति विश्व के अनेक देशों जैसे श्री लंका, जापान, मॉरिशस, मलेशिया, फिलीपींस थाईलैंड इत्यादि में फैल चुकी है | साधरणतया Rohu Fish जलीय पारिस्थितिकी तंत्र में स्तम्भ क्षेत्र में निवासित होती हैं | और पौंधों और वेजिटेबल के कतरों से अपना पेट भरती हैं |
मृगा
Mrigal Fish की प्रजाति भी भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, वर्मा इत्यादि की नदियों पाई जाती है | इस प्रजाति की मछलियों का मुख्य भोजन हरी शैवाल, डायटम, सड़ी गली सब्जी , कीचड़ इत्यादि है | चूँकि Mrigal Fish नीचले सतह पर पाई जाने वाली जीवाणुओ का सेवन करती हैं | इसलिए एक ही Fish Pond में Rohu Fish और Catla Fish के साथ साथ इनका पालन करना उपयुक्त माना जाता है |
ग्रासकॉर्प
Grass carp Fish की प्रजाति भी उत्तरी -दक्षिणी चीन और सोवियत संघ के खाबरोवस्क बेसिन में पायी जाने वाली प्रजाति है | Grass Carp Fish प्रजाति की मछलियाँ, जैविक नियंत्रण में जलीय खरपतवारो की उपयुक्तता के कारण, इस प्रजाति का पुरे विश्व में व्यापक रूप से प्रत्यारोपण किया गया है | प्रारम्भिक दिनों में Grass Carp Fish भी पलवग जीवो को अपने खाने हेतु शिकार बनाती है | और फिर धीरे धीरे मक्रोफिट्स को खाना शुरू करती है | इस प्रजाति की मछलियां अधिक भोजन करने वाली होती हैं | इसलिए इनको सब्जी या अन्य खाद्य सामग्री जैसे घास, पत्ते इत्यादि भी खाने के तौर पर दिए जा सकते हैं |
सिल्वरकार्प
Silver Carp Fish साधरणतया दक्षिणी मध्य चीन और सोवियत संघ के खाबरोवस्क बेसिन में पाई जाती हैं | जहाँ से इनका प्रतिरोपण भारत-प्रशांत क्षेत्र में होकर भारत में भी हुआ | प्राम्भिक रूप से यह प्रजाति सतह निवासी (यानिकी पानी में उपरी तरफ) और प्राणी मंद पलवक को अपने भोजन के रूप में प्रयोग करने वाली प्रजाति है | लेकिन धीरे धीरे यह पादप पलवक को भी खाने लगती हैं | Silver Carp Fish को Fish Pond में पालने पर खली, चावल के भूसे का मिश्रण इत्यादि खाने के तौर पर दिया जा सकता है |
विगहेट
विगहेट Fish की प्रजाति एशिया के एक शीतोष्ण क्षेत्र मुख्य रूप से चीन में पाई जाती है | लेकिन अब विगहेट भी दुनिया भर में अधिकतर तौर पायी जाने वाली मछली की प्रजातियों में से एक है | यह मछली निचली सतहों पर पाई जाने वाली एक सर्वाहारी मछली है | लेकिन मुख्य रूप से विगहेट वनस्पति इत्यादि को खाकर अपना पेट भरती है | यह अपने खाने के लिए लगातार निचले स्तर पर ही विचरण करती है | इस मछली की इसी आदत के कारण इसको अन्य मछलियों के साथ पालने में कोई दिक्कत नहीं आती |
कॉमनकार्प
Common Carp Fish की प्रजाति एशिया के एक शीतोष्ण क्षेत्र मुख्य रूप से चीन में पाई जाती है | लेकिन अब Common Carp Fish भी दुनिया भर में अधिकतर तौर पायी जाने वाली मछली की प्रजातियों में से एक है | यह मछली निचली सतहों पर पाई जाने वाली एक सर्वाहारी मछली है | लेकिन मुख्य रूप से Common Carp Fish सड़ी गली वनस्पति इत्यादि को खाकर अपना पेट भरती है | यह अपने खाने के लिए लगातार निचले स्तर पर ही विचरण करती है | इस मछली की इसी आदत के कारण इसको अन्य मछलियों के साथ पालने में कोई दिक्कत नहीं आती |