आज के महंगाई के युग में खेती करना एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है इस स्थिति में अपने निजी जमीन में भी बिहार सरकार द्वारा चलाये गए अनुदानित राशि में तालाब की खुदाई, तालाब में मत्स्य बीज, मत्स्य फीड का स्किम द्वारा यहाँ के मत्स्य पलकों को थोड़ी मेहनत करने पर काफी लाभ होने की संभावना है | मत्स्य पलकों ट्रेनिंग पर भेजी जाती है | छोटा तालाब में भी ग्रास कार्प, थाई मांगुर, पंगेसियस किस्म की मछली पालकर खेती से दस गुना ज्यादा लाभ उठाया जा सकता है | इसमें ज्यादा मजदूर की समस्या भी नहीं है और मछली तैयार होने पर बिक्री की भी समस्या नहीं है |