तालाब में अधिक बढ़ने वाली मछलियों के जीरा ही डालने चाहिए | अधिक बढ़ने वाले मछलियों में कतला, रेहू, मृगल, कमान कार्प, सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प है | किसी भी तालाब में मिश्रित मत्स्य पालन
करना चाहिए | क्योंकि में 3 लेयर होते हैं सबसे पहले ऊपर के लेयर में कतला, सिल्वर रहती है और ऊपर की खाना खाती है | बीच में रेहू रहती है सबसे निचे मृगल एवं कमान कार्प रहती है जो नीचे
खाती है |
ग्रास कार्प तालाब तरफ के घास की सफाई करती है एवं कम समय में यादा बढ़ती है | जीरा का संचय करते समय सबसे मुख्य बातें ध्यान देने योग्य है की किसी प्रकार का जीरा हो वह ईयर
वह ईयर लिंग होना चाहिए और कम से कम चार से पांच इंच का होना चाहिए | कभी भी मछली पालने के ख्याल से छोटा जीरा नहीं डालना चाहिए |