केवल खाद डालकर मछली का उत्पादन अधिक से अधिक मात्रा में प्राप्त नहीं किया जा सकता है | गहन मत्स्य पालन में जहाँ कई किस्म की मछलियां एक साथ पाली जाती है और जहाँ उद्देश्य कम समय में और न्यूनतम लागत पर अधिक से अधिक खाने योग्य मछली को बहार से भी भोजन दिया जाय | कृतिम भोजन में सरसो का खल्ली, गेंहू का चोकर, चावल को ब्राउन इत्यादि दिया जाता है | इसके अलावे जिस प्रकार मुर्गी का खाना बाहर से आता है | उसी प्रकार मछली के लिए भी फिश फीड बाजार से आती है जिसे तालाब में डाली गयी मत्स्य बीज के बजन का 10 % डालकर काफी अच्छी वृद्धि की जा सकती है | इस प्रकार किसी भी तालाब में समय पर मत्स्य बीज डालकर सही ढंग से खाना डालकर एक एकड़ के तालाब में 2000 से 2500 किलोग्राम मछलियों का उत्पादन है |